यहाँ चना (Gram / Chickpea) की खेती के बारे में सरल और पूरी जानकारी दी गई है, जो आपकी वेबसाइट, पढ़ाई या खेती शुरू करने में मदद करेगी।


चना की खेती – पूरी जानकारी (Chana Ki Kheti Guide)

चना एक प्रमुख रबी फसल है, जिसे कम पानी में भी सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है। इसकी दाल पूरे भारत में खाई जाती है और यह किसानों के लिए मुनाफ़े वाली फसल मानी जाती है।


1. चना की मुख्य किस्में (Varieties)

प्रकारकिस्में
देसी चनाबीजीडी 72, जीसी 1, जीसी 2, आरवीजी 202, आरवीजी 203
काबुली चनाआईसीसीवी 2, चीकपी 1002, काबुली 42, चीकपी 1004

2. मिट्टी और जलवायु (Soil & Climate)

  • चना दोमट, हल्की-चिकनी मिट्टी में अच्छा होता है।
  • पीएच: 6–7.5
  • इसकी खेती ठंडी और सूखी जलवायु में सर्वोत्तम होती है।
  • अत्यधिक वर्षा या जलभराव से बचाएँ।

3. खेत की तैयारी (Field Preparation)

  • पहली जुताई गहरी करें।
  • 2–3 बार हल्की जुताई कर मिट्टी भुरभुरी करें।
  • खेत का अच्छा संतुलन रखें ताकि पानी न रुके।

4. बीज दर व बुवाई (Sowing & Seed Rate)

  • बीजदर:
    • देसी चना: 30–35 किग्रा/हेक्टेयर
    • काबुली चना: 40–45 किग्रा/हेक्टेयर
  • बुवाई समय: अक्टूबर–नवंबर
  • कतार दूरी: 30–35 सेमी
  • पौधों के बीच दूरी: 10–12 सेमी
  • बीजोपचार:
    • ट्राइकोडर्मा या कार्बेन्डाज़िम से उपचार करें।
    • राइजोबियम कल्चर लगाएँ (जैविक उत्पादन बढ़ाता है)।

5. खाद और उर्वरक (Fertilizer Management)

  • आधार खाद:
    • डीएपी: 100 किग्रा/हेक्टेयर
    • जिप्सम: 200 किग्रा/हेक्टेयर (सल्फर के लिए)
  • जैविक खाद:
    • अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद 5–6 टन/हेक्टेयर।

6. सिंचाई (Irrigation)

चना कम पानी वाली फसल है।

  • सामान्यतः 1–2 सिंचाई काफी होती है।
  • पहली सिंचाई: फूल आने पर
  • दूसरी सिंचाई: दाना भरने पर
  • जलभराव बिल्कुल न होने दें।

7. खरपतवार नियंत्रण (Weed Control)

  • 25–30 दिन बाद एक गुड़ाई ज़रूरी।
  • पेंडीमिथालिन या इमेजाथापियर जैसी हर्बीसाइड दी जा सकती है।

8. रोग व कीट नियंत्रण (Pest & Disease)

आम रोग:

  • फफूंदी (Blight)
  • जड़ गलन

उपचार: कार्बेन्डाज़िम / मैन्कोज़ेब का छिड़काव।

आम कीट:

  • चना फली छेदक
  • दीमक

उपचार: नीम आधारित कीटनाशक या प्रोफेनोफॉस का उपयोग।


9. कटाई (Harvesting)

  • जब पौधों की पत्तियाँ पीली पड़ जाएँ और फलियाँ सूखने लगें।
  • फसल काटकर 3–4 दिन धूप में सुखाएँ।
  • दानों को निकालकर साफ और सुखा लें।

10. उत्पादन (Yield)

  • देसी चना: 12–15 क्विंटल/हेक्टेयर