खाटू श्याम जी की आरती
ॐ जय श्री श्याम हरे, प्रभु जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत, शरण आये जन टेरे॥ ॐ जय…
सूरज चन्द्र बिराजें, दीपक ज्योति तेरी।
तीनों लोक प्रकाशित, महिमा बड़ी है तेरी॥ ॐ जय…
शरणागत की रक्षा, करते हो श्याम प्यारे।
जो भी जन नाम जपें, दुःख कटते उनके सारे॥ ॐ जय…
मोर मुकुट सिर ऊपर, कन्हैया रूप तुम्हारा।
रतन जड़ित है कंचन, सुंदर साज तुम्हारा॥ ॐ जय…
नील वसन तन शोभित, कटि किंजल्क माला।
श्याम लाल रंग दर्शत, मन हरषत निहाला॥ ॐ जय…
भक्तों पर संकट आये, दौड़े आते त्वर से।
श्याम नाम जप लेता, बच जाता वह डर से॥ ॐ जय…
भक्तन की लाज राखो, मेरी भी लाज रखो।
दास तुम्हारा श्याम, चरणों की हो रखो॥ ॐ जय…
आरती श्री श्याम जी की, जो कोई नर गावे।
कहत कबीर दास, मन की इच्छा पावे॥ ॐ जय…
